
एमटीवी निषेध और खुल के बोल को उन प्रतिबंधित विषयों पर शामिल करें जो आपके स्वास्थ्य और भलाई के बारे में महत्वपूर्ण निर्णयों को चुनौती देते हैं।





एमटीवी स्टेइंग अलाइव फाउंडेशन
एमटीवी स्टेइंग अलाइव फाउंडेशन ऐसे विषय प्रस्तुत करता है जिससे युवाओं के विचार या धारणा के मूलतत्त्व में परिवर्तन होता है I इस प्रयास में एमटीवी स्टेइंग अलाइव फाउंडेशन को २० वर्षों से अधिक का अनुभव है जो युवाओं को अपने स्वास्थ्य के बारे में सकारात्मक निर्णय लेने में मदद करता है। हम महत्वपूर्ण, कठिन स्वास्थ्य विषयों और वार्तालापों को सामान्य बनाते हैं जो युवा लोगों के लिए खुली चर्चा और परिवर्तन को बढ़ावा देते हुए, उन्हें प्रोत्साहित करते हैं और सुविधा प्रदान करते हैं।
यौन और प्रजनन स्वास्थ्य पर ध्यान देने के साथ-साथ मानसिक स्वास्थ्य, लिंग आधारित हिंसा और एलजीबीटी मुद्दों जैसे आवश्यक विषयों को समाविष्ट करने के साथ, हमारे विषयों का सादरीकरण युवाओं को सुरक्षित विकल्प बनाने में सक्षम करती है।
अफ्रीका भर में और हाल ही में भारत में निष्पादित सफल अभियानों से हम उम्मीद रखते है की आप और हम मिलकर,एक ऐसी दुनिया का निर्माण कर सकते हैं जहाँ हर युवा अपनी भलाई के बारे में सूचित विकल्प बनाने के लिए आवश्यक जानकारी से लैस हो I

एमटीवी निषेध
२०२० में, एमटीवी ऐसऐएफ ने भारत में एक सफल ३६०-डिग्री मास मीडिया अभियान -एमटीवि निषेध प्रक्षेपित किया ।एक ऐसा अभियान चलाया गया जिसके अंतर्गत में टीवी श्रृंखला ,रेडियो श्रृंखला, आसपास का अंकीय चित्रण और एक विस्तारित वेब श्रृंखला जिसमे शामिल थी और जिसे भूमि पेडनेकर, नीति मोहन और सानिया मिर्जा ने सहायता दी थी जो पूरी तरह से महामारी के दौरान घर पर शूट की गई थी।
अभियान ने एक करोड़ से अधिक विशिष्ट दर्शक, ७० लाख सोशल मीडिया अंकन को प्राप्त किया और गर्भनिरोधक/कंडोम के उपयोग की ओर सकारात्मक बदलाव दिखाया तथा सुरक्षित गर्भपात प्रथाओं के बारे में जागरूकता बढ़ाई। अभियान युवाओं को सुरक्षित अवैध यौन संबंध बनाने, समकक्ष व्यक्तियों के दबाव से निपटने, गर्भनिरोधक के महत्व को उजागर करने और गर्भपात तथा तपेदिक के कलंकित दबाव को दूर करने के लिए स्वस्थ विकल्प बनाने में मदद करता है।